New By Uttarakhand Sandesh 2021-02-16

वसंत पंचमी 2021: हरिद्वार में कड़ी सुरक्षा के बीच आज होगा गंगा स्नान, लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना

आज वसंत पंचमी पर धर्मनगरी हरिद्वार में लाखों श्रद्धालुओं के गंगा स्नान के लिए पहुंचने की संभावना है। पुलिस और प्रशासन ने स्नान पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए कमर कस ली है। एसएसपी ने सीमा और मेला क्षेत्र में पुलिस को पूरी तरह चौकस रहने के निर्देश दिए हैं। कोरोना संक्रमण नियंत्रण के मद्देनजर राज्य सीमा और मेला क्षेत्र में कोरोना की रैंडम जांच बढ़ाने की तैयारी है। हरिद्वार कुंभ के पहले पूर्वाभ्यास के तहत हुए मकर संक्रांति स्नान पर्व पर सात लाख दस हजार श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया था। आज मंगलवार को वसंत पंचमी पर एक बार फिर गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटने की संभावना है। भीड़ की चुनौती से निपटने के लिए प्रशासन और पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। भीड़ बढ़ने के साथ बॉर्डर पर कोरोना की रैंडम जांच बढ़ाई जाएगी। हरकी पैड़ी पर पुलिस बल तैनात रहेगा। वसंत पंचमी 2021: गंगा स्नान के लिए नौ जोन और 23 सेक्टरों में बांटा हरिद्वार, चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग और रैंडम जांच के लिए हरकी पैड़ी चौकी, सीसीआर और प्रमुख पार्किंगों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी तैनात रहेंगी। अपर रोड पर सोमवार रात और शिवमूर्ति चौक से मंगलवार तड़के से वाहन प्रवेश नहीं कर पाएंगे। स्थानीय लोगों, व्यापारियों, विभागीय कर्मचारियों, आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को पहचान पत्र दिखाकर बाजार में एंट्री दी जाएगी। मेला क्षेत्र में कोरोना जांच और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 30-30 टीमें गठित की हैं। सुबह 5.30 बजे से स्नान का शुभ मुहूर्त भारतीय प्राच्य विद्या सोसायटी के संस्थापक डॉ. प्रतीक मिश्रपुरी के अनुसार, मंगलवार को स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 5.30 से 7.25 बजे तक मकर लग्न में है। इसके बाद सुबह 9.26 से दस बजे तक मीन लग्न है। दोपहर 12.15 से 2.15 बजे तक वृषभ लग्न में भी स्नान का शुभ मुहूर्त है। डॉ. मिश्रपुरी ने बताया कि इस दौरान श्रद्धालु स्नान और सूर्य देव की आराधना के बाद दान-पुण्य कर सकते हैं। कोरोना संक्रमित श्रद्धालु होंगे आइसोलेट राज्य सीमा और मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं रैंडम कोरोना जांच की जाएगी। संक्रमित पाए जाने पर निजी वाहनों से आने वाले श्रद्धालुओं को लौटा दिया जाएगा जबकि सार्वजनिक वाहनों से आने वाले श्रद्धालु कोविड केयर सेंटर में आइसोलेट किए जाएंगे। इनकी आरटीपीसीआर जांच भी की जाएगी। इनके संपर्क में आने वाले श्रद्धालुओं की एंटीजन जांच होगी।