संवाद सहयोगी, जोशीमठ (चमोली)। Uttarakhand Chamoli Glacier Burst तपोवन स्थित विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना की टनल से मलबे में दबे दो और शव बरामद हुए हैं। टनल से अभी तक 12 शव मिल चुके हैं। कुल लापता 204 व्यक्तियों में से 58 के शव बरामद हो चुके हैं। मृतकों में 32 की ही शिनाख्त हुई है। 146 की तलाश जारी है। इस बीच चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने कहा कि फिलहाल रेस्क्यू जारी रहेगा। - चमोली के बुराली गांव के पास मिला है एक मानव अंग(दाहिना हाथ)। अब तक मिल चुके हैं कुल मानव अंग 25। सात फरवरी को रैणी गांव के ऊपरी इलाके में हिमस्खलन के बाद ऋषिगंगा और धौलीगंगा में उफान आ गया था। इससे ऋषिगंगा और विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना को नुकसान पहुंचने के साथ ही इनमें काम कर रहे लोग मलबे में दफन हो गए। कुछ स्थानीय लोग भी उफान में बह गए थे। लापता लोगों का आंकड़ा 204 बताया गया। जबकि, तपोवन में टनल में 12 व्यक्तियों को रेस्क्यू करके बचा लिया गया था। मुख्य टनल में फंसे 34 व्यक्तियों का पता लगाने के लिए कई विकल्पों पर एक साथ रेस्क्यू किया गया, लेकिन नाउम्मीदी ही हाथ लगी। दो रोज पहले टनल के भीतर मलबे में दबे शव मिलने का सिलसिला शुरू हुआ, जो मंगलवार को भी जारी रहा। आज मिले शवों की शिनाख्त मंगलवार को इन शवों की हुई शिनाख्त अनिल पुत्र श्रीथेपा निवासी कालसी देहरादून और राहुल पुत्र कृष्ण किशोर निवासी बरकोट माफी रानीपोखरी देहरादून के रूप में हुई है।